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5 साल से नीचे की बच्चों को किन-किन खाद्य पदार्थ और कितनी मात्रा में खिलाना चाहिए!

Quantity of Foods Should Be Fed to Children Under 5 Years of Age

Quantity of Foods Should Be Fed to Children Under 5 Years of Age

Quantity of Foods Should Be Fed to Children Under 5 Years of Age: बच्चों का सही पोषण उनके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। 5 साल से नीचे के बच्चों को सही मात्रा में सही खाद्य पदार्थ खिलाने से उनका विकास सुचारू रूप से होता है और वे स्वस्थ रहते हैं। इस लेख में हम विभिन्न आयु समूहों के बच्चों के लिए आवश्यक पोषण और आहार योजना पर विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे।

आपका स्वागत है मेरे इस Quantity of Foods Should Be Fed to Children Under 5 Years of Age मजेदार आर्टिकल में। आज मैं आपको बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए किन-किन चीजों का सेवन करवाना चाहिए, उनके सेवन का समय और मात्रा के बारे में जानकारी दूंगा। इसके साथ ही, किन-किन खान-पान पदार्थों का सेवन नहीं करवाना चाहिए, इन सभी बातों के बारे में इस आर्टिकल में बताया गया है। इसको पढ़कर आप पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Quantity of Foods Should Be Fed to Children Under 5 Years of Age

Quantity of Foods Should Be Fed to Children Under 5 Years of Age

बच्चों के पोषण का महत्व

बच्चों के पोषण का महत्व केवल उनके शारीरिक विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उनके मस्तिष्क के विकास और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी प्रभावित करता है। सही पोषण बच्चों के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है, जिससे वे बीमारियों से लड़ने में सक्षम होते हैं। पोषण की कमी से बच्चों में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं जैसे कि कमजोर प्रतिरक्षा, धीमी शारीरिक और मानसिक वृद्धि और ऊर्जा की कमी।

5 साल से नीचे के बच्चों के विकास के चरण

  1. 0-6 महीने: इस अवधि में बच्चों को केवल मां का दूध ही दिया जाना चाहिए। मां के दूध में सभी आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं। इसमें विटामिन, खनिज, प्रोटीन, वसा और एंटीबॉडीज होते हैं जो बच्चे को बीमारियों से बचाते हैं।
  2. 6-12 महीने: इस अवधि में धीरे-धीरे ठोस आहार की शुरुआत की जाती है। इस समय बच्चे का पाचन तंत्र ठोस आहार को पचाने के लिए तैयार होता है। ठोस आहार की शुरुआत से बच्चों को नए स्वाद और बनावट का अनुभव होता है, जो उनके खाने की आदतों को विकसित करता है।
  3. 1-2 साल: इस आयु में बच्चों को विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ खिलाने चाहिए ताकि वे विभिन्न पोषक तत्व प्राप्त कर सकें। इस समय बच्चों को संतुलित आहार देना महत्वपूर्ण होता है क्योंकि वे तेजी से बढ़ते हैं और उनके विकास के लिए सभी प्रकार के पोषक तत्व आवश्यक होते हैं।
  4. 2-3 साल: इस आयु में बच्चे स्व-खानपान की आदतें विकसित करने लगते हैं और विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों की पहचान करने लगते हैं। बच्चों को खाने के समय स्वायत्तता दी जानी चाहिए ताकि वे खुद से खाने की आदत डाल सकें और उन्हें स्वस्थ विकल्प चुनने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
  5. 3-5 साल: इस समय बच्चों के खानपान में विविधता और नियमितता महत्वपूर्ण होती है। बच्चों को नियमित भोजन समय का पालन सिखाना चाहिए और उन्हें स्वस्थ आदतों के महत्व के बारे में बताया जाना चाहिए।

बच्चों के पोषण की आवश्यकता

पोषक तत्वों की भूमिका

  1. प्रोटीन: प्रोटीन मांसपेशियों और ऊतकों की वृद्धि और मरम्मत के लिए आवश्यक होता है। यह एंजाइम, हार्मोन और अन्य शारीरिक प्रक्रियाओं के निर्माण में भी सहायक होता है। बच्चों के लिए दूध, दही, पनीर, अंडे, दालें, और मांस प्रोटीन के अच्छे स्रोत होते हैं।
  2. कार्बोहाइड्रेट: कार्बोहाइड्रेट ऊर्जा का प्रमुख स्रोत होते हैं। यह बच्चों की दैनिक गतिविधियों और विकास के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करते हैं। कार्बोहाइड्रेट के स्रोतों में चावल, गेहूं, ज्वार, बाजरा और फल शामिल हैं।
  3. विटामिन और खनिज: विटामिन और खनिज विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। विटामिन ए, सी, डी, और ई, और खनिज जैसे कैल्शियम, आयरन, और जिंक बच्चों के विकास और प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए आवश्यक होते हैं।
  4. फैट्स: फैट्स ऊर्जा का दूसरा प्रमुख स्रोत होते हैं और मस्तिष्क के विकास में सहायक होते हैं। बच्चों के लिए अच्छे फैट्स के स्रोतों में घी, मक्खन, तेल, एवोकाडो और नट्स शामिल हैं।
  5. पानी: पानी शरीर में जल संतुलन बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह शरीर की सभी प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक है और बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए।

आहार की योजना

आहार की विभिन्न श्रेणियाँ

  1. प्रोटीन: प्रोटीन की श्रेणी में दूध, मांस, मछली, अंडे, दालें और पनीर शामिल होते हैं। यह बच्चों की मांसपेशियों और ऊतकों की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण हैं।
  2. विटामिन और खनिज: फल, सब्जियाँ, और अनाज विटामिन और खनिज के प्रमुख स्रोत होते हैं। यह बच्चों के विकास और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं।
  3. कार्बोहाइड्रेट: चावल, गेहूं, ज्वार, बाजरा जैसे अनाज कार्बोहाइड्रेट के प्रमुख स्रोत होते हैं। यह बच्चों को आवश्यक ऊर्जा प्रदान करते हैं।
  4. फैट्स: घी, मक्खन, तेल, एवोकाडो, नट्स और सीड्स फैट्स के अच्छे स्रोत होते हैं। यह बच्चों के मस्तिष्क के विकास और ऊर्जा के लिए आवश्यक होते हैं।

संतुलित आहार का महत्व

संतुलित आहार में सभी पोषक तत्व सही मात्रा में होते हैं जो बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए आवश्यक हैं। यह बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है, उन्हें बीमारियों से बचाता है और उनके शारीरिक और मानसिक विकास को सुनिश्चित करता है।

शिशुओं (6 महीने से कम उम्र के) का आहार

स्तनपान के लाभ

मां का दूध शिशु के लिए सबसे उत्तम आहार है। इसमें सभी आवश्यक पोषक तत्व होते हैं और यह शिशु की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। मां के दूध में मौजूद एंटीबॉडीज शिशु को विभिन्न बीमारियों से बचाते हैं। इसके अलावा, स्तनपान मां और शिशु के बीच भावनात्मक बंधन को भी मजबूत बनाता है।

शिशु फार्मूला दूध (यदि आवश्यक हो)

यदि किसी कारणवश स्तनपान संभव नहीं हो पाता है तो शिशु फार्मूला दूध का प्रयोग किया जा सकता है। हालांकि, इसे डॉक्टर की सलाह पर ही देना चाहिए। फार्मूला दूध में शिशु के लिए आवश्यक पोषक तत्व होते हैं लेकिन यह मां के दूध का संपूर्ण विकल्प नहीं हो सकता।

6-12 महीने के बच्चों के लिए आहार

ठोस आहार की शुरुआत

इस अवधि में बच्चे को ठोस आहार की शुरुआत करनी चाहिए। शुरुआत में प्यूरी और मसल्ड खाद्य पदार्थ दिए जा सकते हैं।

  1. फल और सब्जियों की प्यूरी: जैसे कि सेब, केला, गाजर, आलू। यह आसानी से पचने वाले होते हैं और बच्चों को पोषक तत्व प्रदान करते हैं।
  2. अनाज: चावल की प्यूरी, दलिया। यह बच्चों के लिए कार्बोहाइड्रेट और फाइबर का अच्छा स्रोत होते हैं।

1-2 साल के बच्चों के लिए आहार

विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों का परिचय

इस आयु में बच्चों को विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ खिलाने चाहिए।

  1. दालें और अनाज: खिचड़ी, दलिया। यह प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत होते हैं और बच्चों के विकास में मदद करते हैं।
  2. दुग्ध उत्पाद: दही, पनीर। यह कैल्शियम और प्रोटीन का स्रोत होते हैं और हड्डियों के विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
  3. फल और सब्जियाँ: छोटे-छोटे टुकड़ों में। यह विटामिन और खनिज का स्रोत होते हैं और बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं।

2-3 साल के बच्चों के लिए आहार

स्व-खानपान की आदतें

बच्चे खुद खाना शुरू करते हैं। उन्हें खुद से खाने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे उनकी स्वायत्तता बढ़ती है और वे स्वस्थ खाने की आदतें विकसित करते हैं।

बच्चों के लिए स्वस्थ नाश्ते के विकल्प

  1. फलों के टुकड़े: केला, सेब। यह विटामिन और फाइबर का अच्छा स्रोत होते हैं।
  2. सूखे मेवे: बादाम, किशमिश। यह प्रोटीन, फाइबर और आवश्यक फैट्स का स्रोत होते हैं।

3-5 साल के बच्चों के लिए आहार

स्व-स्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों का चयन

बच्चों को स्वस्थ खाद्य पदार्थों की पहचान कराएं और उन्हें चुनने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्हें बताएं कि फलों, सब्जियों, अनाज और दुग्ध उत्पादों का सेवन क्यों महत्वपूर्ण है।

नियमित भोजन समय की स्थापना

नियमित भोजन समय बच्चों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। इससे उनका पाचन तंत्र सही रहता है और वे भोजन के समय का पालन करना सीखते हैं।

खाद्य पदार्थों की मात्रा और आवृत्ति

विभिन्न आयु समूहों के लिए आदर्श हिस्से और भोजन की आवृत्ति

  1. 0-6 महीने: केवल मां का दूध। शिशु की हर 2-3 घंटे में भूख मिटाने के लिए स्तनपान कराया जाना चाहिए।
  2. 6-12 महीने: ठोस आहार 2-3 बार और मां का दूध। इस समय शिशु को नए खाद्य पदार्थों की आदत डालनी चाहिए और ठोस आहार के साथ स्तनपान जारी रखना चाहिए।
  3. 1-2 साल: दिन में 3 बार भोजन और 2 बार नाश्ता। बच्चों को विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों की आदत डालनी चाहिए और उन्हें नियमित भोजन समय का पालन करना चाहिए।
  4. 2-3 साल: दिन में 3 बार भोजन और 2 बार नाश्ता। बच्चों को स्व-खानपान की आदतें विकसित करने में मदद करनी चाहिए।
  5. 3-5 साल: दिन में 3 बार भोजन और 2 बार नाश्ता। बच्चों को स्वस्थ खानपान की आदतें विकसित करने और उन्हें नियमित भोजन समय का पालन करना चाहिए।

आम पोषण समस्याएं और समाधान

एलर्जी और खाद्य असहिष्णुता

बच्चों में कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह लें और एलर्जिक खाद्य पदार्थों से बचें। बच्चों में आम एलर्जी दूध, अंडे, मूंगफली, सोया, और गेहूं से हो सकती है।

आवश्यक पोषक तत्वों की कमी

बच्चों में आयरन, कैल्शियम और विटामिन डी की कमी हो सकती है। इन्हें सही आहार के माध्यम से पूरा करें। बच्चों को हरी पत्तेदार सब्जियाँ, फल, अनाज और दुग्ध उत्पादों का सेवन कराएं ताकि उन्हें सभी आवश्यक पोषक तत्व मिल सकें।

स्वस्थ खान-पान की आदतें विकसित करना

Quantity of Foods Should Be Fed to Children Under 5 Years of Age

बच्चों को खाने के लिए प्रोत्साहित करने के तरीके

  1. भोजन को आकर्षक बनाएं: रंग-बिरंगे फल और सब्जियाँ शामिल करें। इससे बच्चे खाने के प्रति आकर्षित होते हैं।
  2. स्वास्थ्यकर विकल्प दें: फास्ट फूड के बजाय स्वस्थ विकल्प दें। बच्चों को घर का बना खाना और पौष्टिक नाश्ते के विकल्प प्रदान करें।

सकारात्मक भोजन वातावरण का निर्माण

भोजन का समय खुशी का समय बनाएं। टीवी और मोबाइल से दूर रखें। परिवार के साथ बैठकर भोजन करें और बच्चों को खाने के महत्व के बारे में बताएं।

पेय पदार्थ और हाइड्रेशन

बच्चों के लिए स्वस्थ पेय विकल्प

  1. पानी: सबसे महत्वपूर्ण। बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं ताकि उनके शरीर में जल संतुलन बना रहे।
  2. दूध: कैल्शियम और प्रोटीन का अच्छा स्रोत। बच्चों को रोजाना दूध पिलाएं।
  3. फलों का रस: सीमित मात्रा में। ताजे फलों का रस बच्चों को पोषक तत्व प्रदान करता है लेकिन इसे सीमित मात्रा में ही दें।

पानी की महत्ता

पानी शरीर के सभी कार्यों के लिए आवश्यक है। बच्चों को पर्याप्त पानी पिलाना चाहिए ताकि वे हाइड्रेटेड रहें और उनका पाचन तंत्र सही ढंग से काम करे।

सुरक्षा और स्वच्छता

खाद्य सुरक्षा के नियम

  1. स्वच्छता: हाथ धोकर खाना बनाएं और खिलाएं। इससे बच्चों को बीमारियों से बचाया जा सकता है।
  2. सही तापमान पर भोजन का भंडारण: बासी भोजन न खिलाएं। भोजन को सही तापमान पर भंडारित करें ताकि वह सुरक्षित रहे।

स्वच्छता की आदतें

बच्चों को स्वच्छता की आदतें सिखाएं, जैसे कि खाने से पहले हाथ धोना। यह बच्चों को बीमारियों से बचाने में मदद करेगा।

अंतिम सिफारिशें और निष्कर्ष

Quantity of Foods Should Be Fed to Children Under 5 Years of Age: बच्चों का सही पोषण उनके स्वस्थ विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्हें सही मात्रा में संतुलित आहार दें और स्वस्थ खान-पान की आदतें विकसित करें। मां का दूध, ठोस आहार की सही शुरुआत, विविधता और नियमितता सभी महत्वपूर्ण हैं। बच्चों को स्वस्थ पेय पदार्थ दें और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।

इस प्रकार, माता-पिता बच्चों के पोषण का सही ध्यान रखकर उनके स्वस्थ भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। सही पोषण और स्वस्थ खान-पान की आदतें बच्चों के जीवन को स्वस्थ और खुशहाल बना सकती हैं।


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