Side Effects of Corona Antivirus Covishield: 2019 से 2020 के बीच विश्व के सभी देशों में एक डरावना माहौल बना हुआ था, जिसका कारण चीन से प्रारंभ हुआ कोरोना वायरस था, जिसका नाम सुनते ही एक अलग डर का माहौल बन जाता है। इस कोरोना वायरस में न जाने कितने लोगों की जानें गईं और लोग इस वायरस से बचने के लिए अलग-अलग तरह के इलाज भी करवाए जाते हैं, जिसके अब साइड इफेक्ट भी सुनने को मिल रहे हैं।
कोरोना एंटीवायरस को बहुत सारे देशों ने डेवलप किया था, जिसमें भारत का भी योगदान था। भारत में कोरोना वायरस के दो मुख्य वैरिएंट बने, जिनमें Covishield और Co-Vaccine शामिल हैं। आज हम आपको इस Side Effects of Corona Antivirus Covishield आर्टिकल में पूर्ण जानकारी देने वाले हैं कि क्या कोविशील्ड और कोवैक्सीन हमारे शरीर में हानिकारक हो सकते हैं या नहीं, और होंगे तो कैसे?
Side Effects of Corona Antivirus Covishield
कोरोना वायरस की जो दवाई AstraZeneca {Serum Institute of India Pvt Ltd} ने बनाई थी, उसके ऊपर आज आप लग रहा है कि उनकी कोविड शील्ड कोरोना एंटीवायरस से लोग मर रहे हैं, जिसकी वास्तविकता देखी जाए तो बिल्कुल गलत साबित होता है। एस्ट्रेजेनेका ने यूके के कोर्ट में यह बताया कि कोविड-19 लगाने पर मरना रेयर केस है।
कंपनी ने UK के कोर्ट में बताया कि एक लाख आदमी में से एक आदमी को मरने की संभावना है, जो केवल तीन सप्ताह के भीतर होती है। साइड इफेक्ट देखने को मिल जाते हैं। अगर कोविशील्ड की इंजेक्शन तीन सप्ताह से अधिक समय बाद लगवाई गई हो, तो किसी भी व्यक्ति को कोई भी साइड इफेक्ट नहीं दिखाई देगा।
भारतीय एक्सपर्ट्स और AstraZeneca के विशेषज्ञों के साथ वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन वैज्ञानिक {WHO} से पता चलता है कि एस्ट्रेजेनेका कोविशील्ड से मरना बहुत ही दुर्लभ मामला है। रिपोर्ट के अनुसार, कोविड सेल से मरने के अनुपात के सामने एक्सीडेंट से मरने की संभावना या फिर किसी भी पानी में डूबकर मरने की संभावना या अलग-अलग तरह की एक्सीडेंट से मृत्यु का अनुपात अधिक है, और यह भी बिंदु है कि कोविशील्ड से आपको कोरोना वायरस से मरने की संभावना से अधिक बचाव की संभावना है।
What are Corona Antivirus Covishield Side Effects?
Corona Antivirus Covishield Side Effects की बात की जाए, इसमें सबसे बड़ा मेजर साइड इफेक्ट आपके शरीर में खून की कमी होना है। इसके बाद आपको हार्ट अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है, और खून की कमी धीरे-धीरे बढ़ने के कारण आपको हार्ट अटैक आ सकता है। हार्ट अटैक तभी आता है, जब आपके शरीर में रक्त परिसंचरण पूरा नहीं होता है, जिससे ऑक्सीजन और रक्त की हार्ट में कमी हो जाती है, जिससे हार्ट अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है।
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि हमारे शरीर में जितने भी मात्रा में रक्त है, उनमें ऑक्सीजन भी है, जो हार्ट के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना कि ब्लड। कोरोना एंटीवायरस वैक्सीन से रक्त की कमी की बहुत ही कम मामले हैं। अगर आपको इसमें कमी होती है, तो सही इलाज पर जाने से बचाव हो सकता है।
Corona Virus Symtoms
अभी तक 2019 से 2024 तक कोरोना का आपको अलग-अलग वेरिएंट सुनने को मिला होगा, जिसमें सबसे पहले इस बीमारी को कोरोना वायरस नाम दिया गया, जिसका साइंटिफिक नाम Covid-19 है। अगर आपको कोरोना वायरस की लक्षण जाननी है कि क्या-क्या लक्षण होते हैं, ताकि आपको या आपके परिवार या किसी भी सदस्य को कोरोना वायरस है या नहीं!
इसे पहचानने के लिए आपको बीमार सदस्य में कुछ लक्षण देखने को मिलेंगे। इनमें शरीर में बुखार के साथ खांसी, कमजोरी, पीला पेशाब, पूरे शरीर में दर्द, नाक बहना, गले में खराश और कफ जमना शामिल हैं। अगर एक साथ ही इन लक्षणों को महसूस किया जाए, तो बहुत ज्यादा चांसेस हैं कि उस व्यक्ति को कोरोना वायरस हुआ हो।
What to do if Symptoms of Corona Virus Appear?
सबसे पहले आपको कोरोना वायरस की संदेहजनक लक्षण दिखने पर उस व्यक्ति से बाकी लोगों को दूर रखें ताकि और भी व्यक्तियों को कोरोना वायरस का सामना नहीं करना पड़े। उसके बाद अपने निकटवर्ती सरकारी या निजी अस्पताल से संपर्क करें और पूरी जानकारी दें।
जिसके बाद उसे बीमार व्यक्ति की पूरी जाँच की जाएगी और स्पष्ट होगा कि वह कोरोना वायरस से प्रभावित है या नहीं। कोरोना वायरस पाए जाने पर कोविड-19 और कोविशील्ड जैसे टीकाकरण की प्रक्रिया की जाएगी। पूरे परिवार के लोगों को भी जांच के लिए भेजा जाएगा जो बीमार व्यक्ति के संपर्क में रहे थे। अगर यह प्रक्रिया अस्पताल द्वारा नहीं की जाती है, तो अपने आप को सचेत और सजग रखें, और कोविशील्ड या कोवैक्सीन का टीका लगवाएं।
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