अपने जीवन भर के लिए स्वस्थ रहने का Wellhealth Ayurvedic Health Tips बताने जा रहे हैं कृपया ध्यान से इस पोस्ट को पढ़ें आपका महत्वपूर्ण जानकारी इसमें दिए गए हैं एक ऋषि किसी नगर के बाहर कुटिया में रहते थे एक दिन वहां से नगर के सबसे धनवान व्यक्ति आया जो की बिल्कुल बीमार था और अस्वस्थ था आते ही ऋषि से पूछा हे मुनिगर मैं इस नगर का सबसे धनवान व्यक्ति हूं लेकिन मैं अपने इस शरीर से खुश नहीं हूं मैं हमेशा किसी न किसी बीमारी से ग्रसित रहता हूं से आपसे अनुग्रह है कि आप आयुर्वेद के अपने खजाने से मुझे कुछ ऐसा उपाय बताइए ज
Wellhealth Ayurvedic Health Tips एक दिन वहां से नगर के सबसे धनवान व्यक्ति आया जो की बिल्कुल बीमार था और अस्वस्थ था आते ही ऋषि से पूछा हे मुनिगर मैं इस नगर का सबसे धनवान व्यक्ति हूं लेकिन मैं अपने इस शरीर से खुश नहीं हूं मैं हमेशा किसी न किसी बीमारी से ग्रसित रहता हूं आपसे अनुग्रह है कि आप आयुर्वेद के अपने खजाने से मुझे कुछ ऐसा उपाय बताए
जो आसान उसे मैं पूरा करके अपने शरीर को स्वस्थ बना सकूं तो ऋषि ने ध्यानपूर्वक उसके बात सुनकर बोला इंसान को अपने वात पित कफ हमेशा शरीर को संतुलित रखना चाहिए ऋ दोष शरीर है हमारा कोई भी बीमारी जब पित बिगड़ जाता है तो 80 से बीमारी ज्यादा होती है और जब कैफ बिगड़ जाता है 28 से ज्यादा बीमारी होने संभावना होती है जब तीनों एक साथ बिगड़ जाए तो 146 बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है
सर्दी खांसी जुकाम वह दस्त के साथ बड़ी बीमारी भी हो जाती है इतना कह कर ऋषि ने चुप हो गए और फिर कहना शुरू किया भारत के विशेष आयुर्वेद अष्टांग भट अपने दोनों रचनाओं में अष्टांग हृदयम और अष्टांग संग्राम में 7000 से ज्यादा नियम बताए हैं जो कि मैं आपको विशेष कर जिनमें से वात फिट कप इनको कार्य प्रणाली सही करने के लिए आपको मैं बहुत जरूरी होता है आपको मैं चार नियम बताने जा रहा हूं
1. खाना खाने के बाद तुरंत पानी क्यों नहीं पीना
महर्षि बागपत कहते हैं की खाना खाने के बाद तुरंत पानी नहीं पीना जहर पीने के समान है तो व्यक्ति ने कहा क्यों रिसीवर हम जो कुछ भी कहते हैं वह हमारे शरीर में एकत्रित हो जाता है जिसे संस्कृत में जठर भी कहते हैं या हिंदी में लोग इसे हम आमाशय भी कहते हैं आप जब शरीर में भोजन में पहुंचता है जठर से अमल निकलता है जिसे जठर अग्नि भी कहते हैं अब यहां हमारा पचना अम्ल के माध्यम से चलता है जिसे लोग सरल भाषा में बचना भी कहते हैं अब यहां हम तुरंत पानी पी लेते हैं तो जठर अग्नि को शांत कर देता है यानी अमल पानी में घोलकर पतला हो जाता ह
पतला हो जाता है हमारे क्रिया को शांत कर देता है और हमारा शरीर में ठीक से खाना पचता नहीं उसमें पड़े पड़े सङ जाता है 100 से ज्यादा जहर पैदा करता है जो कि इंसान के शरीर में 80 से ज्यादा बीमारियां पैदा करती है जैसे पेट में गैस बनना पेट में जलन पाडना पेट में फुलाना जैसे बीमारियां होती है और यह खाना खाने के बाद तुरंत पानी पीने से होता है इसलिए खाना खाने के बाद कभी भी पानी को 45 या 1 घंटे बाद पीना जरूरी होता है उसमें क्रिया पूरी तरह से होती है और ऐसी बीमारी को से सामना नहीं करना पड़ता है
खाना खाने से पहले आधा घंटे पहले पानी पी सकते हैं मुनिवर ने बोला और खाने खाने के बाद तुरंत दही लस्सी जूस जैसे पी सकते हैं
2. जब भी पानी पियो हमेशा घुट घुट कर पियो
फिर व्यक्ति ने पूछा क्यों मुनिवर जब भी पानी पियो हमेशा घुट घुट कर पियो तो मुनिवर ने बोला हमारे मुंह के लार झरिया होते हैं हमारे पेट में अम्ल रहते हैं जब भी पानी घट घट कर पीने से क्षारीय पानी में मिलकर अम्ल में चले जाते हैं और यह छारी लार पेट में घुलकर अम्ल को निष्क्रिय कर देती है जिससे हमारे पेट की अम्लीयत काम हो
काम हो जाती है और पेट में जलन खत्म हो जाती है तब किसी भी प्रकार की पेट में कमी नहीं रह जाती है और पेट में अम्ल नहीं है रहती है खून में भी नहीं जाता जाता है तब हमारे शरीर के संतुलन सही रहता है हो सके तो पानी को जीव के बीच कुछ टाइम रख कर अंदर घटना चाहिए
3. चाहे कितना भी प्यास लगी हो कभी भी ठंडा पानी मत पिए
फिर व्यक्ति ने कहा ऐसा क्यों चाहे कितना भी प्यास लगी हो कभी भी ठंडा पानी मत पिए तब रिसीवर ने कहा हमारा शरीर अंदर से गर्म रहता है जब भी हम ठंडा पानी पीते हैं तो हमारे शरीर के तापमान को मिलने में शरीर के बहुत ही ऊर्जा खपत होती है उसे हमें कमजोरी या थकावट महसूस होती है साथ ही ज्यादा पानी पी लेने से ठंडा हमारे शरीर को कमी हो जाती है जिसे सर्दी जुखाम हो सकती है
4. सुबह उठते हैं सबसे पहले पानी पियो
सुबह उठते ही पानी पियो इसके दो बड़े फायदे हैं जैसा कि सुबह उड़ते हैं जितना हो सके उतना पानी पिए और यह बड़ी आंत सफाई होती है जिससे बाहर पेट पर के लैट्रिन भी फ्रेश होती है और कब्ज की समस्या दूर होती है दूसरा सबसे बड़ा फायदा है कि सुबह उठते ही हमारे पेट में अम्ल की मात्रा ज्यादा होती है जिसे पानी पीने से अम्ल छारीय घुलकर अम्ल की मात्रा कम हो जाती है इसलिए सुबह उठते हैं पानी पीना बहुत जरूरी होता है